The smart Trick of हल्दी के चमत्कारी फायदे That Nobody is Discussing

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हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका आवश्यकतानुसार उपयोग करना चाहिए । हल्दी को खाना बनाने में उपयोग करने से यह खाने को चटपटा , स्वादिष्ट व पौष्टिक बना देती है  ।

मुँह के छालों का होना पाचन क्रिया के खराब होने के कारण होता है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को ठीक कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करती है, जिससे मुँह के छालों में आराम मिलता है साथ हि इसमें रोपण (हीलिंग) का भी गुण पाया जाता है जो की मुँह के छालों को जल्द भरने में सहायक होती है।

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यह पर दी गई जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना किसी योग्य चिकित्सक या वैद्य या विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए

हल्दी में हीलिंग गुण होते है जो पेट के अल्सर को ठीक करती है। खराब पाचन भी पेट में अल्सर की समस्या का कारण बनता है। इसके लिए हल्दी वाला दूध पिएं।

हल्दी गॉलब्लैडर और अन्य डाइजेस्टिव एंजाइमों में पित्त के उत्पादन को बढ़ाकर आपके पाचन को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। हल्दी सूजन के लक्षणों को कम करने और आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करती है। साथ ही साथ यह वजन घटाने में भी मददगार होती है।

गले की खराश होना एक आम समस्या है। गले की खराश होने पर हल्दी के इस्तेमाल से आप जल्द ही अपने गले की खराश को दूर कर सकते हैं। हल्दी को अजमोदा चूर्ण और शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से गले की खराश में आराम मिलता है।

मात्रा – हल्दी की मात्रा की बात की जाए तो सब्जी बनाते वक्त एक चौथाई चम्मच या उससे थोड़ी कम हल्दी डाल सकते हैं। वहीं, एक गिलास हल्दी दूध में चुटकी भर हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर कोई हल्दी का सप्लिमेंट लेना चाहता है, तो अच्छा होगा कि इस विषय में डॉक्टरी परामर्श लिया जाए। वैसे, हल्दी की तासीर गर्म होती है, तो इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।

आइये जानते हैं कि हल्दी के सेवन से किन रोगों में आराम मिलता है और इसका सेवन किस तरह have a peek at this web-site करना चाहिए।

पिसी हुई हल्दी को तवे पर अच्छी तरह सेंक लीजिए फिर इस सिकी हुई हल्दी से रोज़ाना सुबह मंजन करें इससे दांत मजबूत होते हैं और हिलना रूक जाते हैं।

पिसी हुई हल्दी को तेल में मिलाकर गर्म कर लीजिए फिर इसको रूई में लगाकर घाव पर पट्टी बांध लीजिए घाव भर जाएगा।

कान से गाढ़ा तरल निकलना एक समस्या है जिसे आम भाषा में लोग कान बहना कहते हैं। इससे आराम पाने के लिए हल्दी को पानी में उबालकर, छान लें और उसे कान में डालें।

सूप में भी कच्ची हल्दी को मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है।

-एलोवेरा के पते को छील कर उसका जेल निकाल लें। अब इसमें हल्दी को मिला लें और अच्छे से -पेस्ट को तैयार कर लें। फिर पेस्ट को तीस मिनट के लिए लगा रहने दें। तय वक्त के बाद चेहरे को पानी से धो लें।

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